Digital House Arrest Scam है साइबर क्रिमिनल्स का नया हथियार, जानिए कैसे होता है फ्रॉड

Digital House Arrest Scam के जरिए साइबर क्रिमिनल लोगों को ठगने का नया तरीका ढूंढ रहे हैं। डिजिटल हाउस अरेस्ट दुनिया का सबसे नया तरीका है, जिसमें साइबर क्रिमिनल सीबीआई, कस्टम अधिकारी या फिर पुलिस बनकर ठगी करते हैं। ठगी का ये खेल डर पैदा करके शुरू किया जाता है और फिर ये खेल खत्म होता है व्यक्ति के बैंक अकाउंट को खाली करके। बहुत से मामले हाल ही में सामने आए हैं। आईए जानते हैं इस ठगी को कैसे पहचाने और इससे बचा कैसे जा सकता है? 

क्या है Digital House Arrest Scam? 

इस स्कैम के तहत स्कैमर्स पीड़ित को घर में बंधक बनाने और उनसे ठगी करने के लिए गेम खेलते हैं। साइबर क्रिमिनल की तरफ से ऑडियो या वीडियो कॉल किया जाता है और ऐसा माहौल बना दिया जाता है कि जो व्यक्ति स्कैम में फंस रहा है उसे किसी भी तरह से पैसा देना पड़ता है। स्कैमर्स इसमें AI जेनरेटर वॉइस कॉल या वीडियो कॉल का करते हैं और पुलिस अधिकारी बनकर बात करते हैं। इतना ही नहीं वो कहते हैं कि आपके आधार नंबर या फोन नंबर पर गलत काम हुए हैं। इसके अलावा लोगों को गिरफ्तारी का डर भी दिखाया जाता है और घर में उन्हें कैद कर लिया जाता है। जिसके बाद लोग पैसे देने को मजबूर हो जाते हैं और यही से शुरू होता है फ्रॉड का सिलसिला। 

क्या कहती है RBI की रिपोर्ट

आरबीआई की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट की माने तो वित्त वर्ष 2023 में 30 हज़ार करोड़ रुपए से ज्यादा बैंक फ्रॉड किए गए। 1 जून 2014 से लेकर 31 मार्च 2023 तक भारतीय बैंकों में कुल 65,017 फ्रॉड किए गए जिसके तहत 4.69 लाख करोड़ रुपए की ठगी हुई। साइबर क्रिमिनल्स की तरफ से क्रेडिट कार्ड, यूपीआई स्कैम, ओटीपी स्कैम, नौकरी के नाम पर स्कैम और डिलीवरी स्कैम के जरिए लोगों को ठगा जा रहा है। अब डिजिटल हाउस अरेस्ट एक नया तरीका है लोगों को ठगने का। 

कैसे बचे Digital House Arrest Scam से? 

Digital House Arrest Scam से बचने के लिए आपको सतर्क रहना होगा। अगर आपके पास भी इस तरह का कोई कॉल, मैसेज या वीडियो कॉल आता है तो सबसे पहले आपको ठंडे दिमाग से बैठकर सोचा होगा। पुलिस में कॉल करके उसकी रिपोर्ट करनी होगी। सरकार की तरफ से भी हाल ही में इस तरह के साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए संचार वेबसाइट के अंतर्गत Chakshu पोर्टल लॉन्च किया गया है, आप उस पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं या आप अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर थाने में इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं। पुलिस आपकी हेल्प करेगी और आप इस तरह के Scam से बच निकल सकते हैं। एक बात हमेशा याद रखें किसी भी तरह से किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर या अकाउंट नंबर की डिटेल्स ना दें।