Nestle एक बार फिर से अपने प्रोडक्ट्स को लेकर विवादों में घिर चुका है। अब मामला है बच्चों के फूड का जो काफी सेंसिटिव भी है। अगर आप भी अपने बच्चों को Nestle कंपनी का Cerelac या कोई भी फूड खिला रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी कुछ देशों में बेचे जाने वाले बेबी मिल्क में चीनी ऐड कर रही है। इन देशों में भारत का भी नाम पाया गया है। रिपोर्ट में ये भी लिखा है कि Nestle कुछ एशियाई देशों के साथ-साथ अफ्रीका जैसे देशों में बेबी प्रोडक्ट्स पर चीनी का इस्तेमाल कर रही है। वहीं यूरोप और ब्रिटेन के में कंपनी चीनी का उपयोग नहीं कर रही है। आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला
WHO की चेतावनी
World Health Organisation के अनुसार अगर बच्चों को चीनी दी जाती है तो इससे वो मोटापे से ग्रसित हो सकते हैं। डायबिटीज और कुछ बीमारी बीमारियां भी उन्हें घेर सकती हैं। इसी वजह से 2022 में WHO की तरफ से बेबी प्रोडक्ट्स में चीनी ऐड करने पर रोक लगाई गई थी और हाल ही में ये रिपोर्ट नेस्ले कंपनी पर एक सांवलिया निशान खड़ा कर रही है।
Nestle करता है WHO का समर्थन
WHO का समर्थन करते हुए Nestle का भी यही मानना है कि बच्चों के खाने में चीनी का उपयोग नहीं करना चाहिए। साथ ही नेस्ले की सलाह यही है कि बच्चों को शुगर ड्रिंक से दूर रहना चाहिए। इतना ही नहीं डॉक्टर, न्यूट्रिशंस और एक्सपर्ट्स भी यही सलाह देते हैं कि जन्म से 6 महीने तक जितना बच्चों को आर्टिफिशियल शुगर से दूर रखा जाए, बच्चे उतना ही हेल्दी रहते हैं।
क्या कहती है रिपोर्ट?
IBFAN( इंटरनेशनल बेबी फूड्स एक्शन नेटवर्क) और स्विस जांच संगठन पब्लिक आई की तरफ से ये खुलासा किया गया कि नेस्ले जो भी बेबी प्रोडक्ट लैटिन, अमेरिका, एशिया और अफ्रीका के देशों में बेच रहा है उसमें आर्टिफिशियल शुगर उपलब्ध है। इन देशों के Nestle बेबी प्रोडक्ट्स के सैंपल को बेल्जियम की प्रयोगशाला में टेस्टिंग के लिए भेजा गया। जब इन फूड्स की जांच हुई तो पता चला फूड में शहद के साथ-साथ चीनी भी मौजूद है। इन बेबी प्रोडक्ट्स में प्रति सर्विंग लगभग तीन ग्राम एक्स्ट्रा चीनी पाई गई।
ये रिपोर्ट नेस्ले पर एक सांवलिया निशान है कि क्या वो बच्चों के सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है? अगर आप भी अपने बच्चों को नेस्ले के प्रोडक्ट खिला रहे हैं तो ये रिपोर्ट पढ़ने के बाद आपको भी सचेत होने की जरूरत है।