World Earth Day 2024: अपनी लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव, आपके साथ-साथ अर्थ हो जाएगी खुश

हर साल 22 अप्रैल को वर्ल्ड अर्थ डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को वातावरण और अपने चारों तरफ के जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूक किया जा सके। एक बहुत ही प्रचलित कहावत है कि धरती हमारी विरासत नहीं है बल्कि इसे हमने अपने बच्चों से उधार लिया है। इसलिए हर संसाधन का इस्तेमाल ऐसे करें कि आगे आने वाली पीढ़ी भी इनका सही इस्तेमाल कर पाए। अगर हम वातावरण को प्रदूषित करेंगे तो हमारे आगे आने वाली पीढ़ी के लिए ये बहुत नुकसानदायक हो सकता है। आज हम इस आर्टिकल में आपको ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप प्राकृतिक संसाधनों को तो बचा ही पाएंगे साथ ही वातावरण को होने वाले नुकसान को भी कम कर सकते हैं:

बिजली का कम से कम करें इस्तेमाल

अगर आपका घर ऐसी जगह है जहां सूर्य की रोशनी पर्याप्त आती है तो आप दिन के समय बिजली का कम ही इस्तेमाल करें। आप खिड़की और बालकनी के दरवाजे के खोलकर रख सकते हैं, जिससे सूरज की रोशनी घर में आएगी और घर में प्राकृतिक उजाला फैलेगा। इतना ही नहीं आपके घर में सूरज की रोशनी आने से आपको अच्छा महसूस होगा और विटामिन डी भी मिलेगी। इससे आपका मूड भी बेहतर होगा बिजली बचाने का ये eke अच्छा उपाय हो सकता है और ये आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर हो सकता है। 

ऑर्गेनिक चीजों का ज्यादा से ज्यादा करें इस्तेमाल

हमारे चारों तरफ ऐसी चीज पाई जाती है जिन्हें बदलकर उनकी जगह आप ऑर्गेनिक चीजें ला सकते हैं। जैसे कि प्लास्टिक की डिब्बों की जगह आप स्टील या कांच के डिब्बो का इस्तेमाल कर सकते हैं। जूट के बैग का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी तरह से इको फ्रेंडली बेडशीट और गद्दे का इस्तेमाल किया जा सकता है। केमिकल फर्टिलाइजर की जगह आप घर पर कंपोस्ट खाद बना सकते हैं। प्लास्टिक के गमले की जगह मिट्टी के गमले का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह से आप वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे सकते हैं। 

ऑर्गेनिक फूड ही खाएं

ऑर्गेनिक फार्मिंग से उगाए गए फूड और डेयरी प्रोडक्ट्स को खाने से आपका हेल्थ सही रहेगी। इसके साथ ही मिट्टी और पानी का प्रदूषण कम होगा क्योंकि ये खाद्य पदार्थ इको फ्रेंडली होते हैं, इसलिए इनमें हानिकारक फर्टिलाइजर्स नहीं होते, जो आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होंगे। इनके छिलकों को या बचे हुए खानों के जरिए आप कंपोस्ट खाद भी बना सकते हैं। जिससे आपके पेड़ पौधों को नेचुरल खाद मिल सकती है। 

इस तरह से अगर आप छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो आने वाली पीढ़ी के लिए आप अच्छा वातावरण और अर्थ बनाने में मदद करेंगे।