RBI: भारत का केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अपना 90 वां स्थापना दिवस मना रहा है. देश की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाले इस बैंक की स्थापना 1 अप्रैल 1934 को हुई थी. इसका अर्थ यह हुआ कि आरबीआई जब आधिकारिक रुप से अस्तित्व में आया तब हमारा देश आजाद नहीं हुआ था.
लेकिन पिछले 90 सालों में आरबीआई (RBI) ने भारत के विकास में बड़ी भूमिका निभाई है साथ ही अब इसकी गिनती दुनिया के मजबूत केंद्रीय बैंकों में होने लगी है. आरबीआई सरकार का मुख्य बैंक है. मौजूदा समय में शक्तिकांत दास इस बैंक के गवर्नर हैं. आरबीआई के लिए ये भी प्रसन्नता विषय है कि 16-9-1982 से 14-1-1985 तक गवर्नर रहे डॉ मनमोहन सिंह आगे चलकर 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री बने.
स्थापना के पीछे का उद्देश्य
भारत जब अंग्रेजों का उपनिवेश था उस समय इसकी अर्थव्यवस्था का संचालन लंदन से होता था. लेकिन उस समय भी भारत में रुपया चलता था जबकि ब्रिटिश करेंसी पाउंड थी. इस वजह से ब्रिटिश सरकार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.
इसलिए भारत के लिए एक केंद्रीय बैंक बनाने का सुझाव 1925 में दिया गया. इस सुझाव के 9 साल बाद आरबीआई (RBI) अस्तित्व में आया. सर ऑसबोर्न स्मिथ को आरबीआई का पहला गवर्नर बनाया गया था. स्थापना के समय इस बैंक का मुख्य कार्यालय कोलकाता में था लेकिन 1937 से बैंक का मुख्यालय मुंबई में है.
आरबीआई के मुख्य कार्य क्या हैं ?
आरबीआई (RBI) देश का प्रमुख बैंक है. वो केंद्र सरकार का प्रमुख बैंक हैं. सरकार की आर्थिक नीतियों के निर्माण और देश की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित रखने में इस बैंक का अहम योगदान रहता है. आईए इस बैंक कुछ अहम कार्यों से आपको अवगत कराते हैं.
- देश के भीतर करेंसी नोट छापने का अधिकार आरबीआई के पास है. सिर्फ 1 रुपये का नोट वित्त मंत्रालय जारी करता है.
- आरबीआई भारत सरकार और राज्यों के बैंकर, एजेंट या सलाहकार के रूप में कार्य करता है.
- बैंक सरकार को आर्थिक और वित्तीय नीति सें संबंधित सिफारिशें भी प्रदान करता है.
- बैंक सरकार के सार्वजनिक ऋण का प्रभारी है.
- आरबीआई बैंको का बैंक है. देश के अन्य बैंक जो सुविधा आम उपभोक्ता को देते हैं वहीं सुविधा आरबीआई स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या पंजाब नेशनल बैंक जैसी संस्थाओं को देता है.
- आरबीआई देश में मुद्रा के प्रवाह के नियंत्रक के रुप में कार्य करता है. मुद्रास्फिति को नियंत्रित करता है.
- आरबीआई विदेश मुद्रा भंडार का संरक्षित करने बढ़ाने का कार्य करता है. मौजूदा समय में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 487 बिलियन अमेरिकी डॉलर है.
- इसके अलावा कृषि के लिए ऋण का आयोजन, आर्थिक डेटा एकत्र करना और प्रकाशित करना, सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद बिक्री आदि कुछ मुख्य कार्य हैं.
Read Also:- X (Twitter) पर Click Here क्यों ट्रेंड कर रहा है?